विदेश मंत्री एस. जयशंकर सोमवार को नीदरलैंड, डेनमार्क और जर्मनी की छह दिवसीय यात्रा पर रवाना होंगे। इस दौरान वह सीमा पार आतंकवाद को पाकिस्तान के निरंतर समर्थन के मुद्दे को उठा सकते हैं।
भारतीय और पाकिस्तानी सशस्त्र बलों के बीच चार दिन तक चली सैन्य झड़प के बाद जयशंकर की यह पहली विदेश यात्रा होगी।
विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा, ‘‘विदेश मंत्री एस. जयशंकर 19 से 24 मई तक नीदरलैंड, डेनमार्क और जर्मनी की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे।’’
मंत्रालय ने कहा कि जयशंकर तीनों देशों के नेतृत्व से मिलेंगे और अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय संबंधों तथा आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मामलों पर चर्चा करेंगे।
उम्मीद है कि जयशंकर तीनों देशों के अपने समकक्षों को पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू करने संबंधी भारत के फैसले से भी अवगत कराएंगे।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत भारत ने सात मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकवादी ढांचों को नष्ट कर दिया था।
भारत की कार्रवाई के बाद पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया।
चार दिन के टकराव के बाद 10 मई को दोनों पक्षों के बीच संघर्ष रोके जाने परसहमति बनी थी।