राजगढ़ जिले के ब्यावरा शहर में बेहद ही अनोखी शादी देखने को मिली है। अक्षय तृतीया के मौके पर एक ऐसी शादी शहर ने देखी जो बेहद इमोशनल कर देगी। शादी होने से ठीक पहले किसी कारण दुल्हन की सेहत खराब हो गई। दुल्हन की तबियत इतनी खराब थी कि उसे अस्पताल में भर्ती करवाना पड़ा।
दुल्हन शादी के मुहूर्त के समय अस्पताल में भर्ती थी। मगर परिवार ने इस मुहूर्त को व्यर्थ नहीं जाने दिया। अस्पताल में ही शादी करवाई गई। ये शादी हर व्यक्ति के लिए प्रेरणादायक बन गई है।
ब्यावरा के परमसिटी कॉलोनी के रहने वाले जगदीश सिंह के भांजे आदित्य सिंह की शादी कुंभराज की निवासी नंदनी से होनी थी। दोनों की शादी एक मई को अक्षय तृतीया के मौके पर कुंभराज के पास स्थित पुरषोत्तमपुरा गांव में होनी थी। शादी से पांच दिन पहले नंदनी की सेहत खराब हो गई। दुल्हन की तबियत खराब होने के बाद उसे पास के ही नर्सिंग होम में भर्ती करवाया गया। यहां डॉक्टरों ने उसे आराम करने की सलाह दी। ऐसे में शादी से पांच दिन पहले दुल्हन के बीमार होने से परिवार वाले भी सक्ते में आ गए।
एक तरफ जहां दुल्हन की तबीयत खराब थी वहीं दूसरी तरफ शुभ मूहुर्त भी निकला जा रहा था। अस्पताल के डॉक्टर ने मीडिया को बताया कि दुल्हन नंदिनी अधिक देर तक नहीं बैठ सकती थी। ऐसे में परिवार ने उनसे सलाह लेकर अस्पताल में ही शादी करने का निर्णय लिया। शादी के दिन दूल्हा अस्पताल पहुंचा और शादी की सभी रस्में पूरी हुई। दुल्हे ने दुल्हन को उठाकर सात फेरे लिए। इस दृश्य को देखकर लोगों की आंखें भी नम हो गई।