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Iran में हो रहा कुछ बड़ा? हलचल तेज, इजरायल में मचा हड़कंप

इजराइल की सेना यानी आईडीएफ ने चेतावनी दी है कि ईरान ने जून महीने के 12 दिनों के भीषण युद्ध के बाद अपनी बैलेस्टिक मिसाइलों का बड़े पैमाने पर उत्पादन फिर से शुरू कर दिया हैआईडीएफ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इजराइल की संसद के विदेश मामलों और रक्षा समिति की बंद बैठक में यह बात कही। अधिकारी ने कहा कि ईरान की यह रफ्तार उम्मीद से कहीं ज्यादा तेज है और इससे भविष्य में इजराइल पर हमले का खतरा बढ़ गया है। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन की सरकार को यह चेतावनी के रूप में लेने को कहा गया है।

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ईरानी स्टेट मीडिया के मुताबिक मिसाइलों ने ओमान की खाड़ी में नकली लक्ष्यों को सटीक निशाना बनाया। ईरान ने पिछले हफ्ते [संगीत] शघाई सहयोग संगठन यानी एसइओ के साथ भी सैन्य अभ्यास किया जिसमें आतंकवाद विरोधी अभियान पर फोकस था। यह घटनाएं इजराइल को लगता है कि ईरान अपनी सैन्य ताकत बढ़ाने की कोशिश कर रहा है। मध्य पूर्व के इतिहास का एक बड़ा मोड़ था। इजराइल ने 13 जून को ईरान के परमाणु सुविधाओं, मिसाइल फैक्ट्रियों और सैन्य ठिकानों पर हवाई हमले किए। इन हमलों में ईरान के कई वरिष्ठ सैन्य कमांडर, परमाणु वैज्ञानिक और राजनेता मारे गए। जवाब में ईरान ने 631 बैलेस्टिक मिसाइलें दागी जिनमें से 500 इजराइल पहुंची।

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आईडीएफ के अनुसार ईरान 2000 मिसाइलों का स्टॉक फिर से बना रहा है और भविष्य में 8000 तक पहुंचने का लक्ष्य रखा है। ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने कहा कि उनकी मिसाइल ताकत युद्ध से पहले से कहीं ज्यादा हो गई है। पश्चिमी राजनयिकों का भी मानना है कि ईरान मिसाइल उत्पादन को प्राथमिकता दे रहा है। रिपोर्ट्स बताती हैं कि ईरान ने चीन से सोडियम परेट जैसी सामग्री मंगाई है जो ठोस ईंधन मिसाइलों के लिए जरूरी है।

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