केन्या के विपक्षी नेता रैला ओडिंगा ने हाल ही में सरकार-विरोधी प्रदर्शन के दौरान स्थानीय पत्रकारों पर आंसू गैस के गोले छोड़े जाने की निंदा की है और इसे असहिष्णुता का आदिम कृत्य बताया है। उन्होंने अपनी जान पर हुए ‘हमले’ के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाने का संकल्प लिया है।
‘द एसोसिएटेड प्रेस’ के साथ शुक्रवार को एक साक्षात्कार में, राष्ट्रपति पद के लिए सर्वाधिक पांच बार उम्मीदवारी जताने और हर बार विफल रहने वाले 78-वर्षीय ओडिंगा ने बढ़ती कीमतों या केन्याई लोगों को प्रभावित करने वाले अन्य दर्दनाक आर्थिक मुद्दों के बारे में बात करने के बजाय पिछले साल के चुनाव से संबंधित अपनी शिकायतों के बारे में अधिक चर्चा की।
उनकी हार को केन्या की शीर्ष अदालत ने भी बरकरार रखा था।
दशकों पहले बहुदलीय लोकतंत्र की लड़ाई में अपनी प्रमुख भूमिका निभाने के लिए चर्चित रहे ओडिंगा ने शुक्रवार को राष्ट्रपति विलियम रुटो की सरकार द्वारा मौजूदा विरोध प्रदर्शनों को अवैध घोषित करने के प्रयासों को लेकर चेतावनी भी दी।
ओडिंगा ने कहा, यह प्रदर्शन करने के मौलिक अधिकार का उल्लंघन है।
उन्होंने राजधानी नैरोबी और अन्य जगहों पर सप्ताह में दो बार विरोध प्रदर्शन करने का संकल्प लिया था। इस दौरान कई बार हिंसा भी भड़की है।
ओडिंगा ने दावा किया कि बृहस्पतिवार को उन्हें जान से मारने की कोशिश की गयी थी, क्योंकि वह हजारों निवासियों के साथ रैली कर रहे थे।
उन्होंने ‘द एसोसिएटेड प्रेस’ को अपने बख्तरबंद वाहन पर कथित तौर पर गोलियों से किये गये हमलों के निशान भी दिखाए।