पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ नए दंडात्मक कदम उठाए जाने के कुछ ही घंटों बाद पाकिस्तान ने भी भारतीय ध्वज वाले पोतों के लिए अपने बंदरगाहों को बंद कर दिया।
इससे पहले, भारत ने इस्लामाबाद के खिलाफ नए दंडात्मक कदम के रूप में शनिवार को पाकिस्तान के साथ सभी डाक सेवाएं स्थगित कर दीं और भारतीय बंदरगाहों पर पाकिस्तानी झंडे वाले पोतों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया।
भारत ने पाकिस्तान से आने वाले या वहां से गुजरने वाले माल के आयात और अपने बंदरगाहों में पाकिस्तानी पोतों के प्रवेश पर भी शनिवार को प्रतिबंध लगा दिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि देश आतंकवादियों और उनके समर्थकों के खिलाफ ‘‘दृढ़ और निर्णायक’’ कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ की खबर के अनुसार, भारत द्वारा दंडात्मक कदम उठाए जाने के बाद पाकिस्तान ने शनिवार देर रात आदेश दिया कि भारतीय ध्वज वाले किसी भी पोत को किसी भी पाकिस्तानी बंदरगाह पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी और पाकिस्तानी पोतों को किसी भी भारतीय बंदरगाह पर रुकने की अनुमति नहीं होगी।
समाचार पत्र के अनुसार, ‘‘पड़ोसी देश के साथ समुद्री स्थिति संबंधी हालिया घटनाक्रम के मद्देनजर पाकिस्तान समुद्री संप्रभुता, आर्थिक हित और राष्ट्रीय सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए निम्नलिखित कदमों को तत्काल प्रभाव से लागू करता है: भारतीय ध्वजवाहक पोतों को किसी भी पाकिस्तानी बंदरगाह पर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, पाकिस्तानी झंडे वाला कोई पोत किसी भी भारतीय बंदरगाह पर नहीं जाएगा (और इस मामले में) किसी भी छूट या व्यवस्था की समीक्षा की जाएगी और मामले के आधार पर निर्णय लिया जाएगा।’’
‘डॉन’ ने इस खबर में पाकिस्तान के समुद्री मामलों के मंत्रालय की बंदरगाह और जहाजरानी शाखा द्वारा शनिवार देर रात जारी आदेश का हवाला दिया था।
पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद दोनों पड़ोसी देशों के बीच संबंध और तनावपूर्ण हो गए हैं। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले को लेकर पाकिस्तान के साथ बढ़ते तनाव के बीच हवाई और जमीनी मार्गों के माध्यम से पड़ोसी देश के साथ सभी श्रेणियों के डाक और पार्सल का आदान-प्रदान शनिवार को बंद कर दिया।
वहीं, नौवहन महानिदेशालय (डीजीएस) के अनुसार भारतीय बंदरगाहों में पाकिस्तानी पोतों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के अलावा भारत ने भारतीय जहाजों को पाकिस्तानी बंदरगाहों पर जाने से भी रोक दिया है।
अधिकारियों ने बताया कि प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू किए गए हैं।
सरकार के आदेश के अनुसार भारत ने राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति के हित में पाकिस्तान से सभी वस्तुओं के प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष आयात पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध लगा दिया है।
पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद 2019 में पाकिस्तानी सामान पर 200 प्रतिशत आयात शुल्क लगा दिया गया था जिससे प्रत्यक्ष आयात पर प्रभावी रूप से रोक लग गई थी लेकिन हालिया निर्णय से तीसरे देशों के माध्यम से पाकिस्तानी वस्तुओं के प्रवेश पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
इससे पहले, भारत ने हमले के बाद कठोर कदम उठाते हुए सिंधु जल संधि स्थगित करने, पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने और अटारी एकीकृत जांच चौकी को तत्काल प्रभाव से बंद करने का फैसला किया था। भारत ने राजनयिक संबंधों को भी कमतर करने का फैसला किया था।
इस बीच, पाकिस्तान ने शनिवार को घोषणा की कि उसने 450 किलोमीटर की दूरी तक सतह से सतह तक मार करने में सक्षम ‘अब्दाली हथियार प्रणाली’ का सफल परीक्षण प्रक्षेपण किया है।
पाकिस्तानी सेना ने एक बयान में कहा, ‘‘इस प्रक्षेपण का उद्देश्य सैनिकों की अभियानगत तत्परता सुनिश्चित करना और प्रमुख तकनीकी मापदंडों की जांच करना था।’’
नयी दिल्ली में, इस घटनाक्रम की जानकारी रखने वाले अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान द्वारा बैलिस्टिक मिसाइल के परीक्षण को भारत ‘‘स्पष्ट तौर पर उकसावे की कार्रवाई’’ मानता है।
इस बीच, श्रीलंका के एक पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि श्रीलंकाई पुलिस ने शनिवार को चेन्नई से कोलंबो आ रहे एक विमान की तलाशी ली क्योंकि उसे सूचना मिली थी कि पहलगाम आतंकवादी हमले से जुड़ा एक संदिग्ध विमान में सवार हो सकता है।
‘श्रीलंकन एयरलाइंस’ के एक बयान में कहा गया कि विमान की गहन जांच की गई और बाद में उसे आगे के परिचालन के लिए मंजूरी दे दी गई।